
हाइडेनबर्ग ने जो आरोप लगाए है , ए 15 /20 पुराना है, इसमें कोई सारे इल्जामा से अदानी ग्रुप को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिलचुका है, ।
जो नए बात उठाए जा रहे है ओ है LIC or SBI के इन्वेस्टमेंट के लेकर,
दबा क्या गोया है की lic or SBI ne अदानी ग्रुप पे जो इन्वेस्ट क्या है ओ डूब सकता है?
इसका जवाब lic or SBI के स्टेटमेंट पै दिया गोया है, इन दोनो संस्थाओ ने कोहा की अदानी ग्रुप पै इन्वेस्ट करने सै उन्हें कोई नुक्सान नहीं हुआ।
आज RBI ने सरकारी और प्राइवेट बैंक से पूछा की उन्होंने अदानी ग्रुप पै कितना पैसा इन्वेस्ट क्या है।
उनके टोटल इन्वेस्टमेंट के कितने % मात्रा अदानी ग्रुप के कम्पनी पै लगाया है, वे एक रिपोर्ट rbi को देंगे।
लेकिन इससे पहलैही lic ने तो पब्लिकली अपना स्थिती साफ करदी, lic ने कहा की उनका टोटल मार्केट इन्वेस्टमेंट का 1% से वी काम अदानी ग्रुप के कोमान्यो पौ इनेस्टमेंट क्या है,।
इसलिए अगर अदानी ग्रुप के मार्केट वैल्यू 0% भी होजता है, तो lic के कोई घाटा नही है। Lic के सभी इन्वेस्टर के पैसा सैफ है, lic के स्टेटमेंट पै कोहा की उसने पिछले कुछ साल पै अदानी ग्रुप पै करीब 30,127 करोड़ के निबेश क्या है।
जिसके बाजार वैल्यू 56, 142करोड़ था,।
Sbi ने अदानी ग्रुप को 2.6 billion dollars यानी 21,000 करोड़ के लॉन दिया हुआ है, लेकिन अभितक अदानी ग्रुप के तरफ से कोई किस्थी डिफॉल्ट नही हुआ, सारा पैसे टाइम पर मिलता रहा है, ओर अदानी ग्रुप के जो संपति है जो ग्रांटेड के तोड़ पर sbi के पास है , उसके हिसाब से sbi के इन्वेस्टमेंट पूरी तरह से सुरक्षित है।
एक और सरकारी बैंक PNB ने अदानी ग्रुप को 7,000 करोड़ के लॉन दिए है। कोई प्राईवेट बैंक ने अदानी ग्रुप को लॉन दिया है, क्यूके उनको लगता है सारे इंडियन और इंटरनेशनल बैंक के कर्जा मिला भी लिया जाए तो गौतम अदानी के निजी संपति उससे ज्यादा है।
अदानी के networt बैंक के लॉन से ज्यादा है,।
उनके कंपनियों पै कैशफलो पर्याप्त है, पिछले कुछ साल के दौरान अदानी ग्रुप के आमदनी के मुकाबले लॉन काम हुआ है, इसके डिफॉल्ट होने का सबल ही पैदा नहीं होता। ए सारे बातें financial expart बताते हैं। अदानी ग्रुप के बात करे तो इस ग्रुप के नेटवर्थ अदानी के कम्पनी ने जो लॉन लिए हैं, 20% ज्यादा है।
इसलिए पूरे बैंक निश्चित है। लेकिन मामला सियासी पार्टी ने हंगामा करदिया है, तो लोगो के मन पै डर बैठ सकता है की कोही उनका पैसा न डूब जाए।
इसके नेबिसको के भीरोषा कायम रखने केलिए गौतम अदानी ने एक बड़ा सहोसिक फैसला क्या , अदानी ने 20,000 करोड़ के FPO fully subscribe होने के बाद इसे आपस लेने के फैसला क्या है। भारतीय बाजार के इतिहास पै ऐसा कभी नही हुआ, आजतक किसी business man ने इतने हिम्मत कभी नहीं दिखाए था,। अफरा तफरी के माहोल पै अदानी के शेयर लगातार गिरावट आरोहा है, इससे निबेसको को नुक्सान होने के संभावना था इसलिए 20,000 करोड़ के FPO को आपस ले रहें हैं, और अपने इन्वेस्टर को पूरा का पूरा पैसा रिटर्न कराएंगे।
गौतम अदानी जी कहना है की निबेसकों को नुक्सान न हो उनके पूंजी सुरक्षित रहे ए उनके नैतिक जिम्मदारी हैं। इसलिए उन्होंने फिलहाल FPO को आपस लेने के फैसला क्या, हालांकि गौतम अदानी ने ए भी साफ क्या है की अदानी ग्रुप के सभी कम्पनी के इकोनॉमिक पैरामीटर बाहर अच्छे हैं मजबूर है , इसलिए जैसे ही अफरा तफरी के माहोल खतम होगा, दोबारा FPO लायेंगे।
आज RBI ने सरकारी और प्राइवेट बैंक से पूछा की उन्होंने अदानी ग्रुप पै कितना पैसा इन्वेस्ट क्या है।

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